छात्र किसी भी राष्ट्र के विकास और निर्माण की आधारशिला होते हैं। आजकल उनमें असंतोष बढ़ता जा रहा है। इसके लिए वर्तमान परिस्थितियां उत्तरदायी हैं। हमारी दोषपूर्ण शिक्षा पद्धति भी जिम्मेदार है। शिक्षा प्राप्त करके छात्र बेरोजगार होते जा रहे हैं। इससे उनमें असंतोष बढ़ता जा रहा है। उन्हें सही मार्गदर्शन भी नहीं मिल पा रहा।
छात्रों के बीच बढ़ता असंतोष